विद्यार्थी और संघर्ष
विद्यार्थी और संघर्ष
कुछ डरे, कुछ घबराए, कुछ चिन्तित रहते हैं ये छात्र।
कुछ सकुचाये, कुछ शर्माए, कुछ सिर झुकाये रहते हैं ये छात्र।
कुछ गुस्सा, कुछ उतावले, कुछ बदहवास रहते हैं ये छात्र।
परीक्षा का समय ही होता है बड़ा अजीब पर फिर भी संयम रखते ये छात्र।
कुछ अतीत, कुछ वर्त्तमान, कुछ भविष्य में खोये रहते हैं ये छात्र।
कभी सजल नेत्र, कभी चमकते नेत्र , कभी विचलित रहते हैं ये छात्र।
कभी गद्दार, कभी देशद्रोह, कभी नक्सली होने के बयान सुनते ये छात्र।
हर अव्यवस्था, राजसत्ता और धर्मसत्ता को चुनौती देते ये छात्र।
लकिन फिर भी कभी न तनाव, और निराशा में न आते ये छात्र।
आत्मविश्वास, उत्साह और आकाक्षाओं से सदैव भरे रहते हैं ये छात्र।
अच्छा रोजगार, अच्छा शहर, और जीवन साथी के प्रयास करते ये छात्र।
निकम्मा, नालायक,नामाकुल और बदतमीज होने के तमगे हासिल करते ये छात्र।
इतना सबकुछ होते हुए भी सफलता के लिए अंतिम प्रयास करते ये छात्र।
कभी खाना, कभी क़िताबें, कभी फीस के पैसे लिए जुगाड़ करते ये छात्र।
सिर्फ अकादमिक नहीं बल्कि हर समय तरह तरह की परीक्षा से जूझते ये छात्र।
कभी भगतसिंह, कभी अम्बेडकर, कभी सुभाष बनाने के आकांक्षा मन में लाते ये छात्र।
कभी हिटलर, कभी मुसोलिनी, कभी स्टालिन के गंभीर विचारों में उलझते ये छात्र।
भ्रष्टाचार मुक्त, धर्म मुक्त, वर्ण मुक्त जाति से मुक्त भारत की कल्पना करते ये छात्र।
कभी राजनीति का शिकार, कभी पुलिस की मार और कभी न्यायालय की जटिल प्रक्रिया से जूझते ये छात्र।
इतना सब कुछ होते हुए भी भारत को एकजुट बनाये रखने के तमन्ना दिल में लिए ये छात्र।
