शीर्षक- तिरंगा
शीर्षक- तिरंगा
भारत का गौरव गान तिरंगा है।
मेरे देश के वीर जवानों के प्राण तिरंगा है
शहादत का सम्मान, शहीदों का गौरव गान तिरंगा है।
भारत देश की शान है तिरंगा झंडा।
हर भारतीय का सम्मान है तिरंगा।
जब भी कहीं हमारा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा हवा में लहराता है।
हमारा तन मन देशभक्ति के रंग में सराबोर हो जाता है।
सरहद पर जवान इसी तिरंगे की रक्षा के लिए
आठों पहर अपना सुख-दुःख भूल कर देश सेवा में लगे रहते हैं।
हम भारतीयों की एकता की पहचान तिरंगा है।
हमारे राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे झंडे पर कविता :-
आज तिरंगा फहराया है अपनी पूरी शान से,
आज तिरंगा फहराया है अपनी पूरी शान से,
हमें मिली आजादी वीर शहीदों के बलिदान से
आजादी के लिए हमारी लम्बी चली लड़ाई थी
लाखों लोगों ने प्राणों से कीमत बड़ी चुकाई थी
व्यापारी बनकर आये और छल से हम पर राज किया।
हमको आपस में लड़वाने की नीति अपनाई थी
हमने अपना गौरव पाया अपने स्वाभिमान से
हमें मिली आजादी वीर शहीदों के बलिदान से
गाँधी तिलक सुभाष जवाहर का यह प्यारा देश है।
जियो और जीने दो सबको देता ये संदेश हैं।
प्रहरी बनकर खड़ा हिमालय जिसके उत्तर द्वार पर,
हिन्द महासागर दक्षिण में इसके लिए विशेष हैं।
लगी गूंजने दसो दिशाएं वीरों के यशगान से
हमें मिली आजादी वीर शहीदों के बलिदान से,
हमें अपनी मातृभूमि इतना मिला दुलार है।
इसके आंचल की छैया से ये छोटा संसार है।
हम न कभी हिंसा के आगे अपना शीश झुकाएंगे।
सच पूछो तो पूरा विश्व ही हमारा परिवार है।
विश्व शांति की चली हवाएं अपने हिंदुस्तान से
हमें मिली आजादी वीर शहीदों के बलिदान से
हमें मिली आजादी वीर शहीदों के बलिदान से।।