कुछ नहीं इस जंग की लड़ाई में हर तरफ सिर्फ लाचारी है। कुछ नहीं इस जंग की लड़ाई में हर तरफ सिर्फ लाचारी है।
अपनी माँ का बेटा हूं उसी में विलीन होता हूं। अपनी माँ का बेटा हूं उसी में विलीन होता हूं।
मैं एक, टूटे शीशे की आरी हूं मैं एक भिखारी हूं मैं एक, टूटे शीशे की आरी हूं मैं एक भिखारी हूं
सफाई हटी धूल आईने से सच्चाई नजर आ गई। सफाई हटी धूल आईने से सच्चाई नजर आ गई।
दया धर्म का जो तू व्यापारी तुझे जरूरत नहीं हमारी दया धर्म का जो तू व्यापारी तुझे जरूरत नहीं हमारी
दुकान दफ़्तर जाना पड़ता है क्यूँकि मुझे घर चलाना होता है। दुकान दफ़्तर जाना पड़ता है क्यूँकि मुझे घर चलाना होता है।