भागदौड़ भरी शैली निगल गई क्या जिंदगी इतनी आधुनिक हो गई। भागदौड़ भरी शैली निगल गई क्या जिंदगी इतनी आधुनिक हो गई।
सोने की वह चीज़ है, आती सबके काम। महँगाई कितनी बढ़े, उसके बढ़े न दाम सोने की वह चीज़ है, आती सबके काम। महँगाई कितनी बढ़े, उसके बढ़े न दाम
जिनका संग करने से हमें ये रोजगार की सीख मिली। जिनका संग करने से हमें ये रोजगार की सीख मिली।
हमें नही चाहिए ये पीस , ये तो बिल्कुल डिफरेंट है । जब भी मुँह खोलता है, सभ्य आदमी की हमें नही चाहिए ये पीस , ये तो बिल्कुल डिफरेंट है । जब भी मुँह खोलता है, ...
भारती भारत नमन सिर झुकाई उनके बुझात नईखे। भारती भारत नमन सिर झुकाई उनके बुझात नईखे।
इस अफवाह में गाँव मेरा वीरान हो गया। इस अफवाह में गाँव मेरा वीरान हो गया।