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Shivanand Chaubey

Tragedy

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Shivanand Chaubey

Tragedy

पर्यावरण

पर्यावरण

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पर्यावरण प्रदूषण से सबका

जीवन मुश्किल हो जायेगा,

अस्तित्व धरा का खतरे में

इसके कारण पड़ जायेगा।


त्राहि त्राहि मच जायेगा

सर्वत्र करुण क्रंदन होगा,

पर्यावरण के प्रदूषण से

मुश्किल मानव जीवन होगा।


काल चक्र निज धुरी से

परिवर्तित होता जाता है,

ऋतुओं का भी समय चक्र

बेसमय बदलता जाता हैं।


जीव जंतु सब त्राहि त्राहि

करते हुए विलुप्त प्राय हुए,

प्राकृतिक आपदाओं का दंश

जलवायु के अभिप्राय हुए।


हम सब मिलकर के ले ये प्रण

करेंगे हम सब पर्यावरण संरक्षण ।।


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