पता नहीं वह प्यार में धोखा था या धोखे में प्यार। पता नहीं वह प्यार में धोखा था या धोखे में प्यार।
पर तुझे भूले नहीं है हम मत आना मेरे सामने,तेरी खैर नहीं। पर तुझे भूले नहीं है हम मत आना मेरे सामने,तेरी खैर नहीं।
अपने अस्तित्व को क्यों इस तरह मिटा डाला है मैंने, जमाने के हिसाब से क्यों खुद को नही अपने अस्तित्व को क्यों इस तरह मिटा डाला है मैंने, जमाने के हिसाब से क्यों ...
मेरे मासूम मन में कसक भरी चितवन में हर पल शूल चुभे निर्जन पथ पर में भाग चली मेरे मासूम मन में कसक भरी चितवन में हर पल शूल चुभे निर्जन पथ पर में भाग चल...
हे ! अबोध मानव, सृष्टि के अंश, बुद्धिमता के वंश , क्यों फैलाया दंश हे ! अबोध मानव, सृष्टि के अंश, बुद्धिमता के वंश , क्यों फैलाया दंश
काल चक्र निज धुरी से परिवर्तित होता जाता है, काल चक्र निज धुरी से परिवर्तित होता जाता है,