रक्षा बंधन
रक्षा बंधन
रक्षा बंधन बहनों के
रक्षा का फर्ज बताता है,
अपनी हो या हों पराई
सबका सम्मान सिखाता है।
बहन के प्रति समर्पण त्याग
और बलिदान की गाथा,
वचन रक्षा के दायित्वों का
प्रेम, स्नेह की परिभाषा।
ये केवल सूत्र रक्षा का नहीं
भावों का बंधन है,
भाई के प्रति बहन के नेह का
ये अभिनन्दन हैं।
बहन उपहार ईश्वर की
बड़े सौभाग्य से मिलती,
नहीं जिसकी बहन उसकी
कलाई सुनी हैं रहती।
सभी भाई यही प्रण ले
करे सम्मान बहनों का,
अधूरा घर हैं बिन इनके
रखे सब मान बहनों का।