पर्यावरण संरक्षण
पर्यावरण संरक्षण
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पेड़ काटने से सभी, नही आ रहे बाज
इसीलिए पर्यावरण , बिगड़ रहा है आज
हरियाली यदि चाहिए, सदा बचाएँ नीर
जल संकट से बढ़ रही, जनमानस की पीर
हवा शुद्ध जो चाहिए, पेड़ लगा इंसान
जीवन के रक्षक यही , जहाँ बसे भगवान
पाता-दाता भाव से, रहे सुखी संसार
प्रकृति जीव की छाँव में , रहे सदा तैयार
धरा ताप से जल रही , फैल रहा है रोग
मानव केवल लालची, करता है उपभोग
बहुत जरूरी हो रहा, पर्यावरण विचार
संरक्षण में निहित है, जीवन का आधार
काँट-छाँट अब छोड़िए, रखें मित्रवत भाव
प्रकृति संतुलन पर कभीं, आये नहीं प्रभाव।