प्रश्न तो है
प्रश्न तो है
प्रश्न तो है??
ये प्रकोप है,कोरोना महामारी का
या सिस्टम की लाचारी का
एम ए पास मनरेगा मजदूर हैं
चौथी का बच्चा सब्जी बेचने को मजबूर हैं
प्रश्न है अनाज का
ना कि रोजगार का
अनाज से तो सिर्फ भूख मिटती है
स्वाभिमान तो रोजगार से मिलती है
सवालों का जिक्र नहीं
जवाबों की फ़िक्र है
अब टिक-टाक, पर होती बात है
सरहद की शहादत, ये तो आम बात है???