मेरे हाथों मे जो हिस्सा आना चाहिए वो ये सिस्टम और उसमें बैठे लोग कब का निगल गए हैं तो फिर मेरे हाथों मे जो हिस्सा आना चाहिए वो ये सिस्टम और उसमें बैठे लोग कब का निग...
नदियों की ज़मीन पे खड़े किए मकान पेड़ो को काट जंगल किए वीरान नदियों की ज़मीन पे खड़े किए मकान पेड़ो को काट जंगल किए वीरान
सिस्टम को बिना साथ लिए नामुमकिन है धोखा देना। सिस्टम को बिना साथ लिए नामुमकिन है धोखा देना।
उसी सिस्टम का हम भी हिस्सा हैं। उसी सिस्टम का हम भी हिस्सा हैं।
यह दौर ऐसा ही चलता रहा पार्टी जीतती रही और हम हारते रहे! यह दौर ऐसा ही चलता रहा पार्टी जीतती रही और हम हारते रहे!
प्रश्न तो है?? ये प्रकोप है,कोरोना महामारी का या सिस्टम की लाचारी का! प्रश्न तो है?? ये प्रकोप है,कोरोना महामारी का या सिस्टम की लाचारी का!