परोपकार संजीवनी है
परोपकार संजीवनी है
उसी
सिस्टम का
हम भी
हिस्सा हैं
सब हैं ,
जिस
सिस्टम
के तहत
यह दुनियां
सुचारू
रूप से
चलती है
घटनाएं
दुर्घटनाएं
सुखदुख
दर्द टीस
स्याह होते
रिश्ते
कसैले होते
संबंध
तीखे होते
शब्द
बदलते
भाव
स्वभाव
के बीच
सबकी
तरह
हमें भी
जीना
पड़ता है
किसी और
के दुख को
देखकर
हम दुखी
न हो
किसी
और के
दर्द का
हम
दवा न
बने तो
कल मेरे
पर पड़ेगा तो
कौन बनेगा
परोपकार
और परमार्थ
इस सिस्टम की
संजीवनी है.