प्रकृति
प्रकृति
अलंकार इस संसार का
जिसने सजाया सारा जगत को,
न है वो सोना,चांदी,हिरा,मोती
वह तो है हमारी प्रकृति।
दीया अमूल्य रत्न भंडार है
सूरज, चांद, सितारोंं का,
न है वो सोना, चांदी, हीरा, मोती
वह तो है हमारी प्रकृति।
दीया है जिसने दान जीवन का
दीया जलवायु, आकाश, धरती
न है वो सोना, चांदी, हीरा, मोती
वह तो है हमारी प्रकृति।
-अपर्णा
