परियों की कहानी
परियों की कहानी
क्या होता जब जिंदगी परियों की कहानी जैसी होती
हंसते -गाते हुए जिंदगी गुजरती
पंख लगा हम खुली आसमान में उड़ते
अपने चटकीले रंग से सबको सम्मोहित करती
रात को आसमान में पंख लगा उड़ती
खुली हवाओं में सांस तो ले पाती
टिमटिमाते तारे को एक टक निहारती
परियों की कहानी बन कितना खुश होती।
