शिक्षा बालिका के लिए आवश्यक है
शिक्षा बालिका के लिए आवश्यक है
आज की बेटी कल की नारी है
बेटी के जन्म का जश्न मनाएं
उसे पढ़ा-लिखाकर काबिल बनाओ
भेदभाव करना सरासर अन्याय है
बेटों और बेटियों के बीच
इस भेदभाव के कारण,
आज उनका अनुपात घट रहा है
उनमें से कुछ को दहेज के रूप में पेश किया जाता है,
कुछ कुपोषण के कारण,
कली खिलने से पहले मुरझा जाती है,
यदि उनका अनुपात इसी तरह घटता रहा,
तो घर, परिवार और देश कौन चलाएगा?
जैसे एक पहिए से गाड़ी नहीं चल सकेगी,
वैसे ही क्या ये दुनिया बिना नारी के चल पाएगी?
यह चलने वाली महिला है
घर, समाज, देश और दुनिया
स्त्री से बढ़कर कोई नहीं
उसकी महिमा असीम है
जहां उन्हें सम्मान मिलता है,
श्री भगवान वहाँ प्रसन्न रहते हैं
हर व्यक्ति, समाज और सरकार से
यह हमारा हार्दिक अनुरोध है
लड़कियों को सशक्त करो,
और उन्हें सारी सुविधाएं दें
यह केवल शिक्षित बालिकाओं पर निर्भर करता है,
परिवार, समाज और देश की उम्मीदों पर खरा उतरा
इस धरती को स्वर्ग बनाओ
कन्या को वर देना,
उसे पढ़ाओ और मजबूत बनाओ।
बेटी के जन्म का जश्न मनाएं
उसे पढ़ा-लिखाकर काबिल बनाओ।