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Dinesh Dubey

Abstract

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Dinesh Dubey

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डरावना जंगल

डरावना जंगल

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वृक्षों और सुंदर जानवर से भरा,

जंगल बहुत ही सुंदर लगता है,

डरावना तो होता जा रहा है,

अपना ये सिमेंटेड जंगल ।

इस सिमेंटेड जंगल में रहते ,

बड़े बड़े राक्षसों जैसा भ्रष्टाचार,

लोमड़ी सा झूठ बोलते नेता ,

जंगली कुत्तों सी घूमती पुलिस।

भेड़िया दिखता है हर शख्स,

खाने को हैं दौड़ रहे सभी को,

सांप बने बैठे भ्रष्ट सरकारी लोग,

न जाने कितना भरा हैं उनमें लोभ।



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