पर्दे के बाहर
पर्दे के बाहर
चलो लूट लो हमको
जितना तुम्हारा मन चाहे,
हम भी तो देखें कंगाल
तुम होते हो या हम।
चलो रोक लो हमारी साँसे
गर तुम्हें खुशी मिले,
हम भी तो देखें बेहाल
तुम होते हो या हम।
चलो बनाओ हमें झुठा
जहां तुम्हारा हुकूम चले,
हम भी तो देखें पर्दे के बाहर
तुम गिरते हो या हम।
