फूलो का गुलदस्ता
फूलो का गुलदस्ता
फूलों के बहार में
इतना बड़ा गुलदस्ता
है काफी खिले खिले
देते हैं अपना पता
खुशबू फैलाते हुए चारों और
नाचता है आंगन में अपने पंखों से मोर
पूरा बगीयां है सजा फूलो से
हवा में है फूलों की अपनी लय
बहुत अच्छा तोहफा है गुलदस्ता
किसी की मुस्कुराहट का
शुक्रिया इस तोहफे का
मिलता है अहसास सच्चा।