STORYMIRROR

Samar Pradeep

Romance

4  

Samar Pradeep

Romance

फूल सदाएँ देते हैं हर बार उसे

फूल सदाएँ देते हैं हर बार उसे

1 min
405

फूल सदाएँ देते हैं हर बार उसे

मैं ले जा सकता हूँ दरिया पार उसे 


यूँ तो आसान बहुत है उसको पा लेना 

देना उसके हिस्से का बस प्यार उसे


घर का हर शै उसको अच्छा लगता है 

बस नइ भाते हैं दर-ओ-दीवार उसे 


सस्ती मंहगी सी दुनिया में इक लड़का 

देता है गुल-ओ-गजरा-ओ-हार उसे 

 

कहते हैं हुस्न-ए-सीरत की बुत है वो 

कहते हैं हुस्न परी मेरे यार उसे।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance