Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Sangeeta Gupta

Romance

4  

Sangeeta Gupta

Romance

पहले चाहतों को बढ़ने दो ,

पहले चाहतों को बढ़ने दो ,

1 min
264


पहले चाहतों को बढ़ने दो ,

फिर इश्क को राख होने दो ,

फिर दिल की धड़कनों को बढ़ने दो ,

तब जाकर कहीं मुहब्बत के बीज पनपेंगे ,

और जो भी हो बेहिसाब होंगे !!


इश्क की सजा मुकर्रर होने से पहले ,

कोई इश्क में गुनाह तो होने दो ,

इश्क की आग तेज होने तो दो ,

तब तक सुकून से जीने तो दो ,

लौट आया हूं घर को अरे अभी शाम तो होने दो !!


चांद के दीदार का मजा तो चांदनी रात में होती है ,

अभी पूरी रात तो होने दो ,

सुर्ख लाल रंग जरा चढ़ने तो दो ,

तब कही चांद इश्क में पड़ता है ,

जो नदियां सूख गई है इंतजार में ,

वो भी भर जायेंगी पर बरसात तो होने दो !!


पागल , प्रेमी , आवारा ,

मनचला जो भी है कह देने दो ,

बस इश्क का सुरूर तो चढ़ने दो ,

डूब जायेंगे इश्क की बरसात में ,

बस पैर इश्क में फिसलने दो ,

कह देने दो आज इश्क की बात ,

कल खुद ब खुद संभलने तो दो !!



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance