प्रभु भोलेनाथ का गुणगान
प्रभु भोलेनाथ का गुणगान
विष धारण कंठ में
बन बैठे नीलकंठ
पापियों का पाप नाशक
आए हैं बनकर कालेश्वर
हे शंभू नाथ कर दो हमारा भी उद्धार
आए हैं कैलाश पति
बनकर हम सब का परमेश्वर
कर लो कर लो हे भक्त गण
कर लो कर लो हे भक्त गण
प्रभु भोले नाथ का गुणगान ।।
शक्ति के शक्ति वो
भक्तों के भक्ति में हैं
जग की जगती में
एक हैं जगदीश्वर
कर लो कर लो हे भक्त गण
कर लो कर लो हे भक्त गण
प्रभु भोले नाथ का गुणगान।।
मृत्युंजय को जीत कर
भय से है वो भारी
रुद्र की है महिमा सारी
भव सागर से पार लगाए
गंगा की है धारा उनमें
शिव शंकर की भक्ति में हैं
जीवन की जल धारा
कर लो कर लो हे भक्त गण
कर लो कर लो हे भक्त गण
प्रभु भोले नाथ का गुणगान ।।