मेहनत, सादगी, परंपरा जब तक बसी गाँवों में विश्व के लोग भारत को वासी मानते देवताओं के मेहनत, सादगी, परंपरा जब तक बसी गाँवों में विश्व के लोग भारत को वासी मान...
आज कोई मत रोको मुझको प्रभु चरणों में बिछ जाने दो। आज कोई मत रोको मुझको प्रभु चरणों में बिछ जाने दो।
घृणा क्षो्षो की अग्नि धधके प्रेेम रस पीना अभी बाकी है। घृणा क्षो्षो की अग्नि धधके प्रेेम रस पीना अभी बाकी है।
धरती निवासियों को दे सद्बुद्धि ये उत्तरायण ! धरती निवासियों को दे सद्बुद्धि ये उत्तरायण !
क्या तुमने अपनी आँखों से देखा था अपनी पहली मूरत को बनते हुए ! क्या तुमने अपनी आँखों से देखा था अपनी पहली मूरत को बनते हुए !
सपने देखें उन आंखों में क्यों जिनमें सुप्रबंध नहीं ! सपने देखें उन आंखों में क्यों जिनमें सुप्रबंध नहीं !