हो तुम नबी या कोई अवतार हे बुद्ध आपको बारम्बार नमस्कार। हो तुम नबी या कोई अवतार हे बुद्ध आपको बारम्बार नमस्कार।
संघ के पथ पर चलने कबसे उत्सुक थी। संघ के पथ पर चलने कबसे उत्सुक थी।
कर कठोर तप-साधना, बुद्ध हुए सिद्धार्थ कर कठोर तप-साधना, बुद्ध हुए सिद्धार्थ
सिर्फ उस बालक के सिर पर, हाथ रख पाया था बस, बस....... सिर्फ उस बालक के सिर पर, हाथ रख पाया था बस, बस.......
साथ जिसके ये हुआ, अर्श पर छा जाएगा सर पे जिसके आ गिरा, वो ख़ाक में मिल जाएगा साथ जिसके ये हुआ, अर्श पर छा जाएगा सर पे जिसके आ गिरा, वो ख़ाक में मिल जाएगा
अति द्रवित हुआ मन देखा जो मानव के अनेक दुखों को अति द्रवित हुआ मन देखा जो मानव के अनेक दुखों को