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Arun Pradeep

Abstract

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Arun Pradeep

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संक्रांति

संक्रांति

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अध्यात्म, ज्ञान, बुद्धि-प्रकाश के

स्वामी तुम ही दाता


सूर्य-शनि की युगल कृपा तो

भव सागर तर जाता 

हे सूर्य देव !


शनि मिलन हित

करो कर्क परायण

धरती निवासियों को दे

सद्बुद्धि ये उत्तरायण !


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