संक्रांति
संक्रांति
अध्यात्म, ज्ञान, बुद्धि-प्रकाश के
स्वामी तुम ही दाता
सूर्य-शनि की युगल कृपा तो
भव सागर तर जाता
हे सूर्य देव !
शनि मिलन हित
करो कर्क परायण
धरती निवासियों को दे
सद्बुद्धि ये उत्तरायण !
अध्यात्म, ज्ञान, बुद्धि-प्रकाश के
स्वामी तुम ही दाता
सूर्य-शनि की युगल कृपा तो
भव सागर तर जाता
हे सूर्य देव !
शनि मिलन हित
करो कर्क परायण
धरती निवासियों को दे
सद्बुद्धि ये उत्तरायण !