Arun Pradeep
Comedy
जमते रंग
होली का हुड़दंग
बजती चंग
हाइकु
कवि
होली नवगीत
होली विषाद
होली है...
होली की ठिठोल...
अनोखी होली
संक्रांति
सपना
सारे दिन घर में पड़ी पड़ी क्या करती है एक टाँका लगाने में क्या तेरी माँ मरती है तेरे आलस ने भरे ब... सारे दिन घर में पड़ी पड़ी क्या करती है एक टाँका लगाने में क्या तेरी माँ मरती है...
जिंदगी का खेल भी शतरंज की बिसाख पर है बिछा पड़ा जिंदगी का खेल भी शतरंज की बिसाख पर है बिछा पड़ा
आरामदायक गद्दों में हर रात चैन की नींद सोनेवाले. आरामदायक गद्दों में हर रात चैन की नींद सोनेवाले.
ट्रैक्टर के बहाने मनुष्य की यांत्रिकता पर कुछ सवाल... ट्रैक्टर के बहाने मनुष्य की यांत्रिकता पर कुछ सवाल...
उस व्यक्ति का ओहदा या स्थान बदलने भर की भी उन लोगों को भनक मिलती है, उस व्यक्ति का ओहदा या स्थान बदलने भर की भी उन लोगों को भनक मिलती...
बुझोगे तो जानूंगी। शातिर तुमको मानूंगी। &nbs... बुझोगे तो जानूंगी। शातिर तुमको मानूंगी।  ...
यह फ़क्र नही यह फर्क है। यह फ़क्र नही यह फर्क है।
मैं करूँ तो सही, दूसरों को ग़लत ठहराता हूँ।मैं गर्व से कहता हूँ मैं भारतीय हूँ।। मैं करूँ तो सही, दूसरों को ग़लत ठहराता हूँ।मैं गर्व से कहता हूँ मैं भारतीय हूँ।।
मैं हूं चंचल थोड़ी अल्हड़। अकेले रहना न मुझको भाता, सबको परेशान कर बड़ा मज़ा आता। मैं हूं चंचल थोड़ी अल्हड़। अकेले रहना न मुझको भाता, सबको परेशान कर बड़ा मज...
यार लाख कोशिशें की...दिल को मनाने की... पर ये...तो खुद का ही दुश्मन निकला, जहां मकान बनाना नहीं थ... यार लाख कोशिशें की...दिल को मनाने की... पर ये...तो खुद का ही दुश्मन निकला, जह...
हैरत होती है कि ; -----------साँप ! आखिर क्यों मौन हैं ? हैरत होती है कि ; -----------साँप ! आखिर क्यों मौन हैं ?
शराफत — ब्रेक पर है <br><br>सुना है शराफत शहर में नहीं, <br>हमारे गांव में रहती है। <br>पर देखा नहीं... शराफत — ब्रेक पर है <br><br>सुना है शराफत शहर में नहीं, <br>हमारे गांव में रहती ...
मानवीय प्रेम की परिभाषा ही बदल कर रख दी है...!! मानवीय प्रेम की परिभाषा ही बदल कर रख दी है...!!
🎉महफ़िल का सच ✍️ सारे परिचित पीछे बैठे, सारे अजनबी आगे बैठे, ये महफ़िल की उस्तादी है 🎉महफ़िल का सच ✍️ सारे परिचित पीछे बैठे, सारे अजनबी आगे बैठे, ये महफ़िल की उस्ताद...
तुम्हे काटा इसलिए कहीं तुम हमको लालची, कायर की परख में उलझ न जाओ छोड़ इसलिए रहे है, नमक का फर्ज ह... तुम्हे काटा इसलिए कहीं तुम हमको लालची, कायर की परख में उलझ न जाओ छोड़ इसलिए रह...
जाति का कार्ड खेलकर देश को खंड खंड करना है जाति का कार्ड खेलकर देश को खंड खंड करना है
मैंने माना प्यार सदा तो , जीवन निरस कर दिया, खरीदे भीनी पतझड़ कर दिया। मैंने माना प्यार सदा तो , जीवन निरस कर दिया, खरीदे भीनी पतझड़ कर दिया।
व्यंग जीवन के लिए जरुरी भी है और औषधि भी, इस मंच को आभार है अवसर प्रदान करने के लिए ! व्यंग जीवन के लिए जरुरी भी है और औषधि भी, इस मंच को आभार है अवसर प्रदान करने के ...
उसके बदले में चार लोगों से " वाह-वाही" ले लेना, कविता को संकुचित दायरे में रख, उसके बदले में चार लोगों से " वाह-वाही" ले लेना, कविता को संकुचित दायरे में रख,
हर कोई ये नहीं कर सकता है यदि आपके मन में भावना है तो समज लो दिन सार्थक है। दिन सार्थक है हर कोई ये नहीं कर सकता है यदि आपके मन में भावना है तो समज लो दिन सार्थक है। दिन...