पहला प्यार
पहला प्यार
पहला प्यार सबसे ज्यादा खास होता है,
दिल के सबसे ज्यादा वही तो पास होता है।
हर बार प्यार हासिल हो ऐसा मुमकिन नहीं,
प्यार में हम तो हैं पर वो बिलकुल लीन नहीं।
प्यार तो था मगर अधूरा रहना उसे मंजूर था,
दिल में जज़्बात थे मगर उसके दिल तक जाना ना मंजूर था।
आंखों में उसे पाने की चाहत बेहद थी,
मगर उसने तस्वीर किसी और के लिए पढ़ी थी।
मुनासिब नहीं था शायद यह इश्क मेरा,
इसलिए खुदा ने मेरी दुआओं पर तवज्जोह नहीं दिया।
उसकी खुशी में मैं अपनी खुशी ढूंढने लगी,
खुद को खो कर बस उसकी ही होने लगी।
उम्मीद नहीं थी मुझे उसे अपना बनाने की,
शिकायत नहीं थी खुदा से उसे तकदीर में ना लिखाने की।
मलाल और दर्द जरूर था इस बात का मेरे दिल को कि,
जिसे चाहा मैंने इतने शिद्दत से उसे हक से अपना नहीं कह सकी।
लाज़िम है की मेरा पहला प्यार एक तरफा ही रह गया,
पर इस नाचीज़ को वो दिल से प्यार करना सीखा गया।

