फल वही तू तय जान
फल वही तू तय जान
तुम्हें जो लोग कहते हैं,
आराम से सुनना
फ़र्क तुम पर वही होगा,
चीख जो अंदर से निकलेगी।
कैसा होगा मार्ग तेरा,
तू नहीं तय मिकद्दर करेगी
कर्म होगा तेरा बस,
कदम रख दुनिया इतिहास लिखेगी।
भूल न करना कोशिश तेरी,
पहले से न हार मान
पता होते भी गलत करेगा,
फल बही तू तय जान।