फिर से मुलाकात
फिर से मुलाकात
कितनी अजीब सी बात है,
फिर से तेरी ये मुलाकात है,
आज रुठकर जायेगी तो मेरे,
जीवन में अंधेरी रात ही है।...
दिल की धड़कनें मेरी तेज है,
सांसे भी सरगम सुनाती है,
रंग और नूर की बारात ये मेरे,
मुरादों की वजीरात ही है।...
रात की सुहानी शुरुआत है,
सितारों की मधुर मुस्कान है,
आज मिलन की ये रात मेरे,
इश्क की सच्ची अमीरात है।
इंतजार दिल से तेरा किया है,
दिन रात तुझ को मैंने ढूंढा है,
"मुरली" बांहों में समा जा मेरे,
यह इश्क की मदहोश रात है।