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Chandramohan Kisku

Tragedy

2  

Chandramohan Kisku

Tragedy

पानी

पानी

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मीलों दूर से 

औरतों की सर पर 

चढ़कर

घर को पहुंचा

एक बून्द पानी,


प्रणाम ,

औरतों की उस यात्रा को 

प्रणाम,

औरतों की उस थकावट को

और अंत में प्रणाम ,

एक बून्द पानी को 

जो अमृत बनकर 

आया है मुझ तक !


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