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Gajanan Pandey

Drama

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Gajanan Pandey

Drama

नव प्रभात

नव प्रभात

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घर-आँगन में दीया जलाए

बुराई को मन से दूर भगाए।


सबसे जोडे स्नेह का बंधन

रिश्तों में मिठास ले आएं।


मन - आँगन की शुचिता से

जीवन में नव - प्रभात आए।


कविता के संबंध में 10 शब्द-

दीया जलाए

मन से बुराई दूर भगाए


मन-आँगन की शुचिता से

नव-प्रभात आए।


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