STORYMIRROR

Gajanan Pandey

Classics

4  

Gajanan Pandey

Classics

संस्कारों से बनते उच्च विचार

संस्कारों से बनते उच्च विचार

1 min
375

जीवन में संयम 

कार्यों में अनुशासन 

संबंधों में प्रेम न हो

तो परिवार बिखर जाते हैं।


प्रेम, समर्पण व त्याग से

पति - पत्नी के रिश्ते बनते हैं।

सदगुण, सदाचार व एकता से

समाज मजबूत बनता है।


संस्कारों से चरित्र बनता है 

सत्य, शील व धर्म से

राजधर्म निभता है।


युवाओं के परिश्रम से 

उनकी न ई सोच से

राष्ट्र के प्रति प्रेम से 

देश आत्मनिर्भर बनता है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Classics