संस्कारों से बनते उच्च विचार
संस्कारों से बनते उच्च विचार
जीवन में संयम
कार्यों में अनुशासन
संबंधों में प्रेम न हो
तो परिवार बिखर जाते हैं।
प्रेम, समर्पण व त्याग से
पति - पत्नी के रिश्ते बनते हैं।
सदगुण, सदाचार व एकता से
समाज मजबूत बनता है।
संस्कारों से चरित्र बनता है
सत्य, शील व धर्म से
राजधर्म निभता है।
युवाओं के परिश्रम से
उनकी न ई सोच से
राष्ट्र के प्रति प्रेम से
देश आत्मनिर्भर बनता है।
