माॅ॑ है तो मनुहार है #31writingprompts
माॅ॑ है तो मनुहार है #31writingprompts
माॅ॑ है तो मनुहार है,
ममता की फुहार है।
आंचल में समा जाए,
जिसके सारा संसार है।
वात्सल्य का भंडार है,
दिल में जिसके प्यार है।
ममता का है सागर अपार,
ऐसा ही होता है माॅ॑ का प्यार।
झोली भर दुलार करें माॅ॑ ,
जिसकी न कोई उपमा है,
शीतलता के झूले में जो झुलाए,,
लाड़-चाव की चंवर जो डुलाए।
माॅ॑ का कभी दिल न दुखाना,
हर सूं यह कोशिश करना।
क्योंकि माॅ॑ के आंचल में
समाया पूरा संसार है।