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Gajanan Pandey

Others

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Gajanan Pandey

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रंग

रंग

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     हमारे रूप के क ई रंग है 

     जीने के क ई ढंग है ।

     क्रोध का रंग लाल है

     प्रेम पर दुनिया निहाल है

     मन बड़ा चंचल है 

     मस्तिष्क सागर सा विशाल है ।

     अहंकार हमें गिराता है

     उदार हृदय हमें उठाता है ।

     आंखें सच बोलतीं हैं 

     दिल का पता देती हैं ।

     कर्मों का रंग हरा है

     सुख - दुख का माजरा है ।

     लोभ का न अंत है

      तृष्णा अनंत है ।

     सूरत में बनावट है

     सीरत दिल का आईना है ।       


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