बुद्धि, ज्ञान, कौशल्य, उन्हीं के पास ठहरता । कह 'बघेल' कविराय, तृप्तियां तन की, मन की बुद्धि, ज्ञान, कौशल्य, उन्हीं के पास ठहरता । कह 'बघेल' कविराय, तृप्तियां तन क...
जितना है, उसमें खुश रह कोशिश कर, जल में ना बह तृष्णा का कोई अंत नहीं सदा जीवन में बसंत नहीं जितना है, उसमें खुश रह कोशिश कर, जल में ना बह तृष्णा का कोई अंत नहीं सद...
मुझमें भी थी तृष्णा कुछ लफ़्जो के मिठास की, उसमें खोया खुद को तो तलाश मैने खास की... मुझमें भी थी तृष्णा कुछ लफ़्जो के मिठास की, उसमें खोया खुद को तो तलाश मैने खास ...
तुम नैनों की पुष्टि हो मेरी पूर्ण संतुष्टि हो तुम नैनों की पुष्टि हो मेरी पूर्ण संतुष्टि हो
रोने से क्या हासिल होगा जीवन ढलती शाम नहीं है। रोने से क्या हासिल होगा जीवन ढलती शाम नहीं है।
अनभिज्ञ थे इस बात से- अपार प्रेम समंदर भरा है दिल के अंदर! अनभिज्ञ थे इस बात से- अपार प्रेम समंदर भरा है दिल के अंदर!