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Jyoti Astunkar

Abstract Classics Inspirational

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Jyoti Astunkar

Abstract Classics Inspirational

चरणस्पर्श

चरणस्पर्श

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एक सम्मान का रिवाज़

और एक आदर का अंदाज़

हर किसी को मिल जाए जो

अपने से छोटे के हाथ


मन में प्यार और मान

दिल में उनके प्रति सम्मान

गर कोई छू ले आपके चरण

कह कर आपसे जब चरणस्पर्श


एक अलग सी भावना

एक अपनेपन का भास

कोई अपना ही है

इस बात का आभास


स्वयं में एक गर्व का एहसास

शायद किसी जिम्मेदारी का हो ख़ास

ऐसे ही नहीं झुकता कोई

होनी होती है आपमें भी कोई बात


दिल में प्यार और अपनापन

आशीर्वाद में देने के लिए

सर पर रखे उन हाथों में प्यार 

चरणों पर रखे हाथों में उसका ही सम्माान


सिर्फ रिवाज़ है इसलिए नहीं

आपसे उम्र में छोटे हैं इसलिए नहीं

ऐसा व्यक्तित्व बनाइए की

रिवाज़ से नहीं दिल से चरणस्पर्श हो।


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