ऐसा व्यक्तित्व बनाइए की रिवाज़ से नहीं दिल से चरणस्पर्श हो। ऐसा व्यक्तित्व बनाइए की रिवाज़ से नहीं दिल से चरणस्पर्श हो।
और प्रत्येक स्त्री को उसका उचित सम्मान मिले इस तरफ़ भी प्रयासरत रहें। और प्रत्येक स्त्री को उसका उचित सम्मान मिले इस तरफ़ भी प्रयासरत रहें।