नमन उन वीर जवानों को
नमन उन वीर जवानों को
देश की अखंडता, अस्मिता और स्वतंत्रता की रक्षा के खातिर,।
जो प्राणों की आहुति वीर जवान हँसते हँसते सीमा पर दे देते हैं।।
जिनको चिंता ना प्राणों की, बस अपने देश का गौरव रखते हैं।
हाथ जोड़कर नमन आज हम, कारगिल विजय दिवस पर उनको करते हैं।।
बनते सदा ढाल देश की, जब सीमा पर कोई संकट आता है।
अपनी लहू की बूंदों से वो, देश की माटी का कण-कण सीचते हैं।।
हार न मानते जब तक कि वो विजय का तिरंगा ना लहराते हैं।
ऐसे वीर जवानों को हम सब, हाथ जोड़कर नमन करते हैं।।
मातृभूमि की रक्षा करना, वो अपना पहला कर्तव्य समझते हैं।
माइनस डिग्री तापमान में, वो खुद को जोश से प्रज्वलित रखते हैं।।
उत्साह बढ़ाते एक दूजे का, सीने पर गोली खाने से तनिक नहीं हिचकते हैं।
ऐसे वीर जवानों को हम सब, श्रद्धा सुमन अर्पित अपने दिल से करते हैं।।
आंखों में चिंगारी जीत की, हाथों में फौलाद सी शक्ति रखते हैं।
दुश्मन की ललकार को वो पैरों से रौंध के, आगे कदम बढ़ाते जाते हैं।।
साहस और वीरता से भर कर ख़ुद को, दुश्मन को नाकों चने चबाते हैं।
हाथ जोड़कर नमन आज हम, कारगिल विजय दिवस पर उनको करते हैं।।
