"नहीं है वो"
"नहीं है वो"
उसे महंगे रेस्तरां पसंद था,
मुझे सड़क के किनारे,
हाथ में थाली लिए,
भीड़ को ताड़ते हुए,
ठेले पे खाना,
मुझे कोई ब्रांड की जरूत नहीं थी,
वो हर वस्तु में ब्रांड देखता था,
मुझे उसके साथ सड़कों पे,
पैदल चलना पसंद था,
उसे बाइक पे घूमना,
आज इस बात को
कई अर्से हो गए,
नहीं है वो,
और मैं, आज भी कभी-कभी
सड़क के किनारे,
ठेले पे खा लेती हूं !