I'm Kajal and I love to read StoryMirror contents.
जब भी छूने की कोशिश करती हूँ, दगा दे जाते हो तुम, जब भी छूने की कोशिश करती हूँ, दगा दे जाते हो तुम,
इस बार कुछ और न सही, हम साथ घर बैठे कॉफ़ी हीं पी लेते ! इस बार कुछ और न सही, हम साथ घर बैठे कॉफ़ी हीं पी लेते !
आईने के सामने कभी बैठती हूँ , सज-संवर कर, तारीफों के दो अल्फाज तुम्हारे सुनने को। ... आईने के सामने कभी बैठती हूँ , सज-संवर कर, तारीफों के दो अल्फाज तुम्हारे सु...
जो हर बार आते तो हैं , पर, ठहरते नहीं, जो हर बार आते तो हैं , पर, ठहरते नहीं,
और मैं कोई सवाल न करूं, ये मोहब्बत तो नहीं। और मैं कोई सवाल न करूं, ये मोहब्बत तो नहीं।
पतझड़ का मौसम था, कुछ पेड़ों में पत्ते झडे़ थे, कुछ में नए निकल रहे थे, पर , तुम कह पतझड़ का मौसम था, कुछ पेड़ों में पत्ते झडे़ थे, कुछ में नए निकल रहे थे, ...
पता है तुम्हें, कभी-कभी सोचती हूं, काश ! ऐसा होता ये जो कंधे पे इतनी जिम्मेदारियां ह पता है तुम्हें, कभी-कभी सोचती हूं, काश ! ऐसा होता ये जो कंधे पे इतनी जि...
तेरी नाराजगी के पीछे की खामोशी वो मैं हूं। तेरी नाराजगी के पीछे की खामोशी वो मैं हूं।
कभी मेरी बातें भूल जाने का, मेरे रुठने पे , तुम चुप ना रहा करो बस , घंटों मुझसे बात कभी मेरी बातें भूल जाने का, मेरे रुठने पे , तुम चुप ना रहा करो बस , ...