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Rajeev Tripathi

Romance

4.5  

Rajeev Tripathi

Romance

नगीना

नगीना

1 min
413


शाम से ही मेरा दिल ही लगता नहीं

मुझको है बस तेरा इंतज़ार इंतज़ार 

रात होने से पहले चले आइए

और फ़िर जाइए सुबह होने के बाद

शाम से ही मेरा दिल ही लगता नहीं

मुझको है बस तेरा इंतज़ार इंतज़ार 

मुझको जीने की इक तो वज़ह दीजिए

अपने आने का मुझको पता दीजिए

क्या करूँ दिल कहीं और लगता नहीं

इक मोहब्बत तुझसे निभाने के बाद

शाम से ही मेरा दिल ही लगता नहीं

मुझको है बस तेरा इंतज़ार इंतज़ार

अपने दिल में मुझे अब बसा लीजिए

मेरी यादों का कुछ तो सिला दीजिए

क्या करूँ दिल कहीं और लगता नहीं

तेरे आने से पहले और जाने के बाद

तुझसे शिकवा भी है और शिकायत भी है

ग़र मेरी यह गुज़ारिश गुज़ारिश भी है

मान लो तुम इसे इल्तिज़ा इल्तिज़ा

अपने दिल में मुझे बस पनाह दीजिए

शाम से ही मेरा दिल हीं लगता नहीं

मुझको है बस तेरा इंतज़ार इंतज़ार

रात होने से पहले चले आइए

और फ़िर जाइए सुबह होने के बाद


तर्ज़ - आज कल याद कुछ और रहता नहीं

फ़िल्म - नगीना



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