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Om Prakash Fulara

Abstract

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Om Prakash Fulara

Abstract

नैतिकता

नैतिकता

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नैतिकता आवरण है

मानवीय मूल्यों का

जो छाया रहता है

मानव मन पर।


आज मानव मन

घिरा हुआ है

लोभ मोह के घेरे में

उड़ने की सोच रहा

लगा नित नए पर।


कर्म विमुख

कर्तव्य विमुख

स्व माया में घिरा मन

कहाँ ढूँढते नैतिकता

आज बड़ों का सम्मान


छोटों के प्रति प्यार

नारी का सम्मान

सकल जगत परिवार

ये सब प्रतीक

जो नैतिकता के हैं


धूमिल हो चले

बस बचा है

सिर्फ स्वार्थ में घिरा मन

जो देता बस उपदेश।


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