सुपर पावर
सुपर पावर
सृष्टि के सर्जनहार का वंदन हम करते हैं
उसके सुपर पावर को नमन हम करते हैं।
आसमान में आलोकित सूरज चांद बनाया
शक्ति से अपनी उसने तारों को चमकाया।
पशु पक्षियों को कई रंग रूप, आवाज़ दिए
फल फूलों को कई स्वाद और आकार दिए।
इंसान को सुनने सुनाने का एक आधार दिया
स्नेह सद्भाव प्रेम परोपकार का उपहार दिया।
इच्छा बिना उसके एक पत्ता भी नहीं हिलता
बगिया में किसी डाली पर फूल नहीं खिलता।
श्रद्धा आस्था और विश्वास का वह प्रतीक है
बचपन और बुढ़ापे की जिंदगी का प्रतीक है।
सृष्टि का पालनहार हर जगह विराजमान है
वह सुपर पावर कण-कण में विराजमान है।