एलियन
एलियन
ना कोई देखा ना कोई जाना लगता जैसे कोई फसाना
खूब सुने किस्से हमने पर हकीकत नही है जाना
सबसे अलग पहचान है जिसकी लगता बिल्कुल अनजान
धरती लोक का नही वो प्राणी आकाश में विद्यमान
अनोखी जिसकी काया दिमाग बहुत तीक्ष्ण पाया
उसकी सुपर पावर का कोई पार नही पाया
दोस्त भी है पर उससे लगता डर भी है हमको
अलग बोली भाषा अलग पर प्यारा है हमकों
कभी मिला धरती पे तो पूछेंगे एक सवाल
तुम इतने प्यारे हो फिर नाम पे क्यों इतना बवाल
धरती के कुछ प्राणी भी लगते एलियन जैसे ही
बिल्कुल अलग अनोखे दुनियां से अनजान
हमारी कल्पनाओं में है हरदम रहता
बच्चें जिससे मिलना चाहे नाम एलियन है जिसका।