Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

SUNIL JI GARG

Abstract Inspirational

4.5  

SUNIL JI GARG

Abstract Inspirational

सफलता के लिए आत्मदर्शन

सफलता के लिए आत्मदर्शन

1 min
235


सफलता दूसरे की देखी

दुर्योधन सा वो हो गया

जल भुन कर वो बैठ गया

रुसा रुसा सा हो गया 


ईर्ष्या खा जाती है सब कुछ

मन, बुद्धि, कार्यकलापों को

आदमी समझ ही नहीं पाता 

अपने पुण्यों और पापों को


जिसको देखें सफल आप 

बधाई देवें, करें उससे बात 

उसका राज लगेगा पता 

जब उससे करेंगे मुलाक़ात 


अगर सिर्फ पैसा ज्यादा है 

तो ये कोई बड़ी बात नहीं 

पर अगर कीर्ति है फैली 

तब तो हैं हालात सही 


जलन में न जलें आपके भी 

हालात बदलेंगे मेहनत से 

कभी कभी लोग होते गुलाम 

मुक्त न हो पाते लत से 


ये सब कहना तो आसान है 

करना मुश्किल, है सच्ची बात 

अक्सर मेरे जैसे लिखने वाले 

खुद भी सामने पाते ऐसे हालात


वैसे लिखने से कुछ होता है 

आत्म दर्शन कविराज को भी 

दुर्योधन को मारना ही पड़ेगा 

पाण्डव जीतेंगे युद्ध तभी 


अब मुझको ये गुर पता लगा 

जबसे आपसे हुआ मुखातिब 

सफलता की मंजिल नज़र आई

मेरे संग बने रहियेगा मेरी जानिब 

 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract