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Kumar Vikash

Inspirational Others

3.5  

Kumar Vikash

Inspirational Others

नारी

नारी

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कभी धूप कभी छांव सी तू ,

कभी आग कभी शबनम सी तू ।


कभी बाढ़ कभी शांत पानी सी तू ,

कभी आंधी कभी मंद हवाओं सी तू ।


कभी सख़्त पत्थर कभी मोम सी तू ,

कभी काँटों कभी कोमल फूल सी तू ।


कभी काली कभी ममतामयी सी तू ,

कभी बंजर कभी हरिता से पूर्ण सी तू ।।


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