क्या हुआ जो कोई नहीं साथ है आना और जाना तो सभी ने अकेले है क्या हुआ जो कोई नहीं साथ है आना और जाना तो सभी ने अकेले है
कभी आंधी कभी मंद हवाओं सी तू कभी आंधी कभी मंद हवाओं सी तू
अपना कत्ल अक्सर वो ही करते है, जिनके ऊपर अपने कंधे टिके होते है अपना कत्ल अक्सर वो ही करते है, जिनके ऊपर अपने कंधे टिके होते है
मोह माया से मुक्त जैसे सादा जीवन जी रहे हैं मोह माया से मुक्त जैसे सादा जीवन जी रहे हैं