वो जवान जो
वो जवान जो


अपनी माँ को छोड़कर,
भारत माता की रक्षा करते हैं।
उनके त्याग और बलिदान का
करो सम्मान,
जो घर में बैठे हैं, वो ना लगा
सके ज़रा भी अनुमान।
सेवा-भाव झलकता जिनमें है,
भाई चारे की डोर में, यह सब
एकजुट हुए है।
अपने परिवार का कर त्याग,
देश्भक्ति की, जिनके भीतर
जले आग,
भारत माता पर ना आने दे
कोई चोट,
करे सदा इसकी सुरक्षा,
हम भी तो देखे,
कैसे निकालता है कोई इनकी
देशभक्ति में खोट।
अपने मुल्क के लिए,
देते है ये अनगिनत बलिदान,
भारत को मिला है, इन जवानों
के रूप में,
सचमुच, एक वरदान।
अपनी जान की न करे फ़िक्र,
अपने वतन पर फ़िदा हो जाए!
हमने तो केवल स्वतंत्रता दिवस पर,
स्वतंत्र होने का जश्न मनाया है
लेकिन न जाने इसके लिए,
कितनों ने मौत को गले लगाया है।
ऐसे महान जावानों का करे हम
सम्मान,
जिन्होंने दिए हैं हमारे सुखद जीवन
के लिए, असीम बलिदान।