मोबाइल वाले बच्चे
मोबाइल वाले बच्चे
मोबाईल वाले बच्चों को लोरी नहीं सुहाती
गिल्ली डंडा खेल कबड्डी फूटी आँख न भाती
क्रेच सँवारे नन्हा जीवन भोजन दाता ढाबा
सूर कबीरा तुलसी भूले भूले कासी काबा।
आने वाले कुल का सूरज जाने दीप न बाती
वाट्सएप यू ट्यूब फेसबुक चलना इन्हें सिखाते
गूगल बाबा थामे ऊँगली जीवन पाठ पढ़ाते
तकनीकी चश्मा आँखों पर थ्री डी फिल्म लुभाती।
बैठ वीडिओ खेल रहा हैबच्चे बनें खिलौनें
मौन अधर नित दीवारों सेबातें करते छौनें।
अलमारी में कैद ग्रन्थ सब पीटें अपनी छाती