मिलावट
मिलावट
मिलावट का जमाना है ,
मिलावट बिना कुछ होता नहीं,
दूध में मिलावट ,घी में मिलावट ,
मिलावट है हर खाने पीने में ।
मिलावटी अब रिश्ते हो गए ,
वक्त के हिसाब से सब बदल गए।
मिलावटी है सरकार भी बनती ,
वादों के अलावा कुछ ना करती,।
मिलावट अब प्यार में भी हो गई ,
पैसे से अब जिंदगी भी बदल गई ,
मिलावटी अब रिश्ते भी बिकते ,
मिलावटी अब सहन से चलते।
मिलावट अब इतनी बढ़ गई,
असली को भी नकली कर गई,
मिलावट के अब सामने तो सब ,
टिकते नही है असली अब ।
