महिमामयी हिंदी भाषा
महिमामयी हिंदी भाषा
हिंदी की महिमा महान,
जिसमें एक ही शब्द के लिए सैकड़ो व्याख्यान,
असंख्य नाम.
जब उड़ती है तो हवा कहलाती जो,
जब शीतल होती तो पवन हो जाती वो.
जब ताप बढ़ता तो धुँआ और भाँप बन जाती वो,
जीवन देकर संसार को, सांस कहलाती जो.
रसयानों संग मिल गैस बन जाती जब,
भोजन बना के जगत की अन्नदाता,अन्नपूर्णा बन जाती तब.
धूल के संग मिश्रित हों कर आंधी बन जाती जो,
काले मेघोँ को खूब उड़ा के वर्षा करवाती वो.
मारुती भगवान की कृपादृष्टि से मारूत कहलाती जो,
शांत होती तो समीर बन जाती जो,
उग्र होती जब तो आंधी कहलाती वो.
वाह री हिंदी जिस में हवा इतने नामों से प्रसिद्धि पाती ,
मातृभाषा है हमारी यें,
बल से मिलती इसके भारत को पूरे विश्व में प्रसिद्धि और ख्याति..
