मेरी प्रिये
मेरी प्रिये
सारे जग की खुशियाँ होगी मेरी झोली में,
जब आओगी बैठ मेरे घर डोली में।
रहोगी तुम सदा सदा ही मेरी,
बनकर हरदम हमदम मेरी।
इस शांत सागर में
खुशियों का उफान आएगा,
शुक्रिया तुम्हें तुमसे ही
यह एहसास आएगा।
मेरी कल्पनाओं से निकलकर
हकीकत बनी हो तुम।
मेरे जीवन की सफलता का
आधार बनी हो तुम।।